स्वयं से पूछिए आत्म-जागरूकता के 15 सवाल

पूछिए ख़ुद से आत्म-जागरूकता के ये 15 ज़रूरी सवाल

आत्म-जागरूकता क्या है?

मेरे विचार से आत्म-जागरूकता को समझने और उस पर चर्चा करने से पहले हमें जागरूकता को समझना चाहिए। अपने आस-पास होने वाली गतिविधियों के लिए सजग, सतर्क और जाग्रत होने की अवस्था जागरूकता कहलाती है। आत्म-जागरूकता का सीधा आशय स्वयं की अच्छी-बुरी आदतों, छोटी-बड़ी ज़रूरतों, असफलताओं, इच्छाओं और अन्य सभी बातों को समझने से है। इन सबकी समझ एक व्यक्ति को आत्म जागरूक बनाती हैं। आत्म-जागरूकता एक ऐसा गुण है जो व्यक्ति को सरल और सहज रहने में सहयोग करता हैं।आप जितने अधिक जागरूक होते है, उतने ही बेहतर जीवनसाथी, दोस्त, माता-पिता और सहकर्मी होते है।आत्म-जागरूकता (Self-Awareness) आत्म-प्रतिबिंब (Self-Reflection) से शुरू होती है।

अपनी आत्म-जागरूकता को परखने के लिए नीचे दिए गए 15 सवालों के जवाब पूरी ईमानदारी के साथ दीजिए और ख़ुद परखिए आप कितने आत्म-जागरूक हैं। घबराइए नहीं, अगर आप ख़ुद को आत्म-जागरूक नहीं पाते हैं तो समय के साथ वांछित बदलाव कर के ख़ुद को आत्म-जागरूक बना के एक बेहतर इंसान के रूप में स्थापित कर सकते है।

पूछिए स्वयं से आत्म-जागरूकता के 15 सवाल

  1. क्या आमतौर पर लोग आपके साथ समय बीताना पसंद करते है या फिर वो आपके साथ अपना समय सीमित कर के आपसे दूर रहने के बहाने ढूँढते है?
  2. क्या आपके दोस्त, परिवारजन, सहकर्मी, आदि किसी भी विषय में आपकी राय लेते है या आपको पूछते है?
  3. जटिल परिस्थितियों में क्या आपके दोस्त, परिवारजन या सहकर्मी आपकी मदद लेते है?
  4. क्या आपका जीवनसाथी अपनी इच्छाओं, परेशानियों, ज़रूरतों, सफलताओं-असफलताओं, सपनों को आपके साथ साझा करते है?
  5. क्या आप ख़ुद को समय प्रबंधन में निपुण मानते है?
  6. क्या आप अपनी सबसे बड़ी ख़ूबियों और ख़ामियों से अवगत है?
  7. क्या आप ख़ुद को एक विश्वसनीय व्यक्ति मानते है या फिर आपको दूसरों के बारें में बातें इधर-उधर करना अच्छा लगता है?
  8. क्या आप हर नए दिन को एक नए अवसर के रूप में देखते है या फिर पुरानी बातों और यादों में ही उलझे रहते है?
  9. क्या आप नयी बातों को जानने, नयी जगहों पर जाने, नए व्यंजनों को चख़ने, नयी आदतों को अपनाने को लेकर उत्सुक रहते है या फिर अपनी नियत जीवन शैली से ख़ुश है?
  10. जब कोई आपको ये बताए की आपने उन्हें चोट पहुँचाई है तो क्या आप उन्हें सुनने और समझने का प्रयास करते है या फिर आप रक्षात्मक होते हुए ख़ुद का बचाव करते हैं?
  11. क्या आप दूसरों के दृष्टिकोण या विचारों का सम्मान करते है या फिर अपनी विचारधारा उनपर थोपतें है?
  12. क्या आप अपने रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए समय देते है?
  13. जब आपको कठिन परिस्थिति में सहायता की ज़रूरत होती है तो क्या आप दूसरों से सहयोग के लिए पूछ लेते है या फिर आप ख़ुद से प्रयास कर के उससे निपटना चाहते है?
  14. क्या परिवर्तन आपको उत्तेजित करता है या फिर आप परिवर्तन से कतराते है?
  15. क्या आप रात में सुकून की नींद लेते है या फिर आपका दिमाग़ कई तरह की चिंताओं से घिरा रहते हुए आपको जगाए रखता है?

आत्म विश्लेषण का समय

यदि आपने ऊपर पूछे हुए 15 में से अधिकतम सवालों के सकारात्मक जवाब दिए है तो आप आत्म-जागरूक हैं और अपनी सकारात्मकता से औरों के एक अच्छे साथी हैं। परंतु यदि आपके अधिकतम जवाब नकारात्मक है तो अभी भी समय हैं, सुधार लाया जा सकता हैं।

चलते-चलते

मेरे सदैव प्रयास रहता है की सोनम के शब्द आपके जीवन में सकारात्मकता लाते रहे और आपको आगे बढ़ने और अपने सपनो- सोच को साकार करने में सहायक बने। कहीं कुछ त्रुटि हो या आप किसी बात से असहमत हो तो कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया ज़रूर दे ।

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जल्दी मिलते है अगले ब्लॉग के साथ…


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4 Comments on “स्वयं से पूछिए आत्म-जागरूकता के 15 सवाल”

  1. बहुत ही सुंदर और सटीक शब्दों में आत्म-जागरूकता का वर्णन, अति प्रशंसनीय है

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