नमक स्वादानुसार – 5 तरह का नमक नमक 5 Salt

नमक स्वादानुसार 5 Types of Salt and Its Uses

नमक (Salt) – वो मसाला जिसके बिना कोई भी विधी या व्यंजन (जब तक की वो मीठा ना हो) अधूरा होता है। हर घर में पाया जाता और बहूपयोगी भी होता है। रसोई के अलावा भी कई जगह इस्तेमाल में आता है। (किसी के ज़ख्मों पर छिड़कने से मेरा मतलब क़तई नहीं था)

क्यों कहते है नमक स्वादानुसार?

जब भी आप कोई व्यंजन की विधी पढ़ते, सुनते या देखते है तो अक्सर आपने बनाने वाले को सभी मसालों का तो नाप बताते पाया होगा पर नमक के लिए कहा जाता है – नमक स्वादानुसार।ऐसा दो कारणो से:

  1.  क्यूँकि हर नमक का अपना अलग स्वाद होता है जो उसकी बनने की प्रक्रिया पर निर्भर होता है।असल में नमक प्रकृति से मिलने वाले खनिजों में से एक है। इसका सेवन सबसे पहले समुद्री तटों के नज़दीक रहने वाले लोगों ने शुरू किया। परंतु वहाँ से मिलने वाला नमक अपने साथ कई गंदगियों को लेता आता है इसीलिए उसे साफ़ करना ज़रूरी होता है। इसी सफ़ाई की प्रक्रिया में नमक के खारापन/नमकीनपन मेंबदलाव आ जाता है।अब आपको खाने में कितना पसंद है ये बात सबको तो नहीं पता होती ना, इसीलिए नमक स्वादानुसार।
  2. दूसरा कारण ये है की NHS के अनुसार एक वयस्क को एक दिन में 6 ग्राम नमक (यह लगभग एक चम्मच होता है) से अधिक नहीं ख़ाना चाहिए। बावजूद इसके हम पूरे दिन में ऐसी कई चीजें खाते है जैसे अचार, पापड़, packed food items, वेफ़र्ज़, और भी कई जिनमें नमक की मात्रा कई ज़्यादा होती है। दरअसल, नमक को कई व्यंजनों में प्रिज़र्वटिव (परिरक्षक) के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है।अब नमक का अत्याधिक सेवन बढ़े हुए रक्तचाप, दिल की बीमारियों और किडनी के काम ना करने जैसी बीमारियों को निमंत्रण देता है इसीलिए नमक स्वादानुसार और सेहत अनुसार ले। 

Tip – कम नमक खाने की आदत डाले, शुरुआती तौर पर ख़ाना फीका लगेगा पर धीरे धीरे आदत हो जाएगी। 

आयिए जानते है 5 तरह के नमक के बारे में जो स्वाद में तो लगभग एक से है पर दिखने में एक दूसरे से अलग:

और I am sure इनमें से 3 तरह के नमक आप सब के घरों में होंगे ही सही 😃सफ़ेद नमक (Table Salt)- सबसे अधिक जाना जाने वाला नमक। इसमें सोडियम अधिक मात्रा में होता है साथ ही ये आयोडीन युक्त भी होता है। सही मात्रा में लिया गए सोडियम और आयोडीन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है। हालाँकि इनका अधिक सेवन यानी नमक का अत्यधिक सेवन हमारी हड्डियों को कमजोर करता है। यही कारण है को नवजात शिशु को ठोस आहार तो 6 महीने बाद से दिया जा सकता है पर नमक 10 महीने का होने तक देना निषिद्ध होता है।इसका प्रयोग: आमतौर पर रसोई में ख़ाना पकाने और संरक्षित करने में उपयोग किया जाता है।

सेंधा नमक (Epsom Salt) – 

हिमालय की तलहटी में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला ये नमक असंशोधित होता है। यह भी खनिज है जो मग्नेशियम और सल्फ़र से मिलकर बनता है। भारत में इसकी मुख्यतः 2 क़िस्म पायी जाती है- सफ़ेद या हल्का गुलाबी रंग।ज़्यादातर घरों में इसका प्रयोग व्रतों में फलाहार बनाने के लिए होता है। पर आप इसे रोज़मर्रा के खाने में भी उपयोग में ला सकते है। सेंधा नमक खाने से शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स का स्तर स्थिर बना रहता है जिससे स्ट्रेस लेवल कम रहता है। सेंधा नमक को गुनगुने पानी में घोलकर नहाने से मांसपेशियों के खिंचाव और बदन दर्द में आराम मिलता है। 

काला नमक – 

अंग्रेज़ी में आप इसे Black Salt, Rock Salt या Pink Salt के नाम से जानते है। सोडियम क्लोराइड, आयरन और अन्य कई घटकों के भरपूर ये नमक ज़्यादातर भारतीय रसोई में चाट, जूस, रायता और सलाद में मिलाने के लिए प्रयोग होता है। इसमें सामान्य नमक की तुलना में कम मात्रा में सोडियम पाया जाता है, इसीलिए इसके सेवन से वजन कम होता है और यह नमक मधुमेह के रोगियों के लिए भी हितकारी है। एक शोध पत्र के अनुसार काला नमक में लैक्सेटिव गुण पाए जाते है जो पेट की गैस से निजात दिलाने में कारगर होता है। 

समुद्री नमक (Sea Salt) – 

समुद्र के पानी को सूखा कर बनाया जाने वाला समुद्री नमक ज़्यादातर साफ़ नहीं होता है। यह साधारण सादे नमक के थोड़ा ज़्यादा दरदरा और मोटा होता है। इसमें पाए जाने वाले ज़िंक, पोटेशियम और आयरन इसके स्वाद को थोड़ा अलग बना देते है। यह कई रंगो और आकारों में बाज़ार में उपलब्ध होता है। इसके 5 प्रकार होते है- – हिमालयन- सेल्टिक- परतदार- हवाई- फ़्लेरडे सेलइस नमक में पाया जाने वाला सोडियम टी सेल्ज़ का विकास कर के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। 

कोशर नमक (Kosher Salt) – 

आयोडीन रहित ये नमक भी समुद्र से मिलता है। परंतु ये सादे नमक की तुलना में मोटा और दानेदार होता है। यह बहुत ही जल्दी घुल जाता है तथा नमी सोखने में अच्छा माना जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल माँसाहारी भोजन पकाने में होता है। हालाँकि ये शाकाहारी व्यंजनों पर उपर से छिड़काव के लिए भी उपयोग किया जाता है।

तो  ये थे एक से स्वाद वाले ५ अलग नमक। ये ब्लॉग आपको कितना नमकीन लगा कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताये। जल्दी मिलते है नए फ़ूड ब्लॉग के साथ तब तक नमकीन रहिये और खाए नमक स्वाद, सेहत, रंग और प्रयोग अनुसार 🧂😙


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3 Comments on “नमक स्वादानुसार – 5 तरह का नमक नमक 5 Salt”

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